राजद अध्यक्ष ने नीतीश पर साधा निशाना, क्यों गरम मै सियासती माहौल
दिसंबर की सर्दी में राजद अध्यक्ष लालू यादव ने बिहार के सियासी पारे को चढ़ा दिया है. राजद अध्यक्ष ने एक बयान से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा तो दूसरे बयान से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को लपेट दिया. अब सियासी गलियारों लालू यादव के दोनों बयानों पर घमासान मचा हुआ है और सियासी जानकार इसके मायने निकाल रहे हैं. दरअसल, लालू यादव ने इंडिया ब्लॉक की कमान ममता बनर्जी को देने का समर्थन करके राहुल गांधी को तगड़ा झटका दिया है. इससे लगता है कि अब राजद का जल्द ही कांग्रेस से तलाक होने वाला है. लालू यादव के इस बयान से सीएम नीतीश कुमार को भी काफी सुकून मिला होगा.
दरअसल, इंडिया ब्लॉक को धरातल पर लाने का श्रेय नीतीश कुमार को ही जाता है. नीतीश कुमार ने पूरे विपक्ष को एकजुट किया और उनकी मेहनत को कांग्रेस ने हाईजेक कर लिया था. इस गठबंधन में नीतीश कुमार को संयोजक तक नहीं बनाया गया था. उस वक्त लालू यादव ने ही राहुल गांधी को दूल्हा बनने के लिए उकसा दिया था. इससे नाराज होकर नीतीश कुमार ने एनडीए में वापसी कर ली थी. इससे राहुल गांधी की राह तो आसान हो गई थी. अब हरियाणा और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव के बाद एक बार फिर से राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठने लगे हैं.
सियासी जानकारों का कहना है कि लालू यादव ने राहुल गांधी से नेतृत्व छीनने का समर्थन करके नीतीश कुमार को संकेत दिया है. हालांकि, उन्होंने सीएम नीतीश कुमार की संभावित ‘महिला संवाद यात्रा’ पर विवादित बयान देकर इस संभावना को खारिज भी किया है. हालांकि, सियासी जानकारों का कहना है कि राजनीति में सबकुछ चलता है. नीतीश कुमार भी अचानक फैसला लेते हैं. वो आखिरी वक्त तक किसी को महसूस होने नहीं देते. अब देखना होगा कि लालू यादव के पलटासन के बाद नीतीश कुमार भी पलटी मारेंगे या नहीं.