“जो परीक्षा नहीं करा सकते वो देश क्या चलाएंगे” क्यों नीतीश के बारे मै ऐसा कहा तेजस्वी ने
नेता प्रतिपक्ष सह पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर करारा हमला बोला है। रविवार को सुपौल के जिला अतिथि गृह में प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार बिहार के विकास को पीछे ले जा रहे हैं। एक अस्थिर सरकार कभी भी राज्य का विकास नहीं कर सकती है। वर्ष 2012 के बाद बिहार में कभी भी स्थिर सरकार बनी ही नहीं। हमारी सरकार अपने पांच वर्षों का कार्यकाल पूरा करती तो विकास की रफ्तार कुछ और होती। लेकिन जनता जानती है कि अस्थिर सरकारों के लिए जिम्मेदार कौन हैं? लेकिन मुख्यमंत्री जी को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।तेजस्वी ने कहा कि अभी हालात ऐसे हैं कि बिहार में 10वीं से लेकर बीपीएससी तक की परीक्षा बिना पेपर लीक के नहीं हो पाती है। जब तक हम सरकार का हिस्सा रहे, कोई लीक नहीं हुआ। सरकार कानून व्यवस्था के मोर्चे पर भी बुरी तरह विफल है। लीक मामलों की जांच नहीं होती है और अगर जांच हुई भी तो रिजल्ट कुछ नहीं आता है। जो सरकार एक परीक्षा नहीं करा सकती है, वह राज्य क्या चलाएगी?विज्ञापन चाचा जी कुछ दिन और साथ देते तो….तेजस्वी ने तंज भरे लहजे में कहा कि चाचा जी पलटी मार गए। अगर कुछ दिन और साथ देते तो परीक्षा देने के लिए जो अभ्यर्थी बाहर जाते हैं, उनके ठहरने और भोजन का प्रबंध भी सरकारी पैसों से करने की योजना थी। हम इसकी भी शुरुआत कर देते। लेकिन अब जब 2025 में हमारी सरकार बनेगी, यह काम हम जरूर करेंगे। किसी अभ्यर्थी को लाठी या थप्पड़ नहीं खाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि 17 महीनों की सरकार में जब वह डिप्टी सीएम थे तो नौकरियां उन्हीं विभागों में निकली, जिसके मंत्री राजद के थे। हमने विज्ञापन भी निकाले, बिना लीक के परीक्षा भी कराई और नियुक्ति पत्र भी बांटे। पांच लाख लोगों को नौकरी दी। मुख्यमंत्री कहते थे कि पैसा बाप के घर से लाएगा। लेकिन हमने करके दिखाया और मुख्यमंत्री जी हाथों ही नियुक्ति पत्र जारी करवाया।पीएम केवल गाली देते हैं, मुद्दे की नहीं करते बातवही एक सवाल के जवाब में तेजस्वी ने कहा कि प्रधानमंत्री केवल एक परिवार को गाली देते हैं। मुद्दों की बात नहीं करते हैं। उन्हें मुद्दों पर बात करनी चाहिए। उन्हें बताना चाहिए कि उन्होंने देश के लिए क्या किया। बिहार के लिए क्या किया। बिहार ने सबसे अधिक सीट देकर उन्हें तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाया। लेकिन न बिहार हो विशेष राज्य का दर्जा मिला और न ही विशेष पैकेज। बाढ़ में भी कोई सहायता नहीं मिली।