कभी इस सौर्यमंडल में रहा करते थे हमारे जैसे लोग, आज है पूरी तरह बर्फ से डूबा
NASA के मुताबिक, ‘सेरेस’ हमारे आंतरिक सौरमंडल का इकलौता बौना ग्रह है. 2015 में NASA का Dawn स्पेसक्राफ्ट सेरेस पर उतरा और यह पहला बौना ग्रह बना जिसका किसी अंतरिक्ष यान ने दौरा किया. भले ही ‘सेरेस’ का द्रव्यमान, एस्टेरॉयड बेल्ट के कुल द्रव्यमान का 25% हिस्सा हो, फिर भी प्लूटो इससे 14 गुना बड़ा है.
सेरेस की त्रिज्या 476 किलोमीटर है, जो पृथ्वी की त्रिज्या का 1/13 है. 257 मिलियन मील (413 मिलियन किलोमीटर) की औसत दूरी से, सेरेस सूर्य से 2.8 खगोलीय इकाई दूर है. सूर्य से पृथ्वी की दूरी को एक खगोलीय इकाई (जिसे AU लिखा जाता है) कहते हैं. यानी, सेरेस तक पहुंचने में सूर्य के प्रकाश को 22 मिनट लगते हैं.
उन्होंने कहा, ‘हमारा निष्कर्ष यह सेरेस कभी यूरोपा (बृहस्पति के चंद्रमाओं में से एक) की तरह एक महासागरीय दुनिया हुआ करती थी, लेकिन इसका महासागर गंदा और कीचड़ भरा था.’ टीम ने अलग-अलग क्रस्ट संरचनाओं का टेस्ट किया और पाया कि सतह के पास भारी मात्रा में बर्फ की मौजूदगी, सेरेस की सतह पर दिखाई देने वाले क्रेटरों को फिर से बनाने के लिए सर्वोत्तम थी. वैज्ञानिकों ने कहा कि उनकी नजर में सेरेस ब्रह्मांड में सबसे सुलभ बर्फीली दुनिया है.