नीतीश कुमार ने कलेक्ट्रेट को दिया नया लुक वही बनाए प्लान A, जाने क्या है यह स्कीम
सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महिला संवाद यात्रा के क्रम में बेतिया आने की संभावना बढ़ गई है। सीएम के इस कार्यक्रम की संभावना को देखते हुए कलेक्ट्रेट को भी नया लुक देने का प्रयास शुरू हो गया है। संभावना जतायी जा रही है कि सीएम श्री कुमार विकास कार्यों की समीक्षा बेतिया में भी कर सकते हैं।
इसे देखते हुए कलेक्ट्रेट परिसर को नया लुक देने का काम आरंभ कर दिया गया है। परिसर में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से बड़े बड़े होर्डिंग बैनर टांगे जा चुके है। जबकि कलेक्ट्रेट भवन के रंग-रोगन शुरू कर दिया गया है। इसके लिए अलग अलग मजदूरों को लगाया गया है। वहीं दूसरी ओर सभाकक्ष को भी आकर्षक तरीके से सजाने का काम आरंभ कर दिया गया है।
कलेक्ट्रेट के मुख्य डेस्क के पीछे नये सिरे से फॉल्स दिवाल लगाया जा रहा है। बिल्कुल कॉरपोरेट लुक देने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए स्वंय डीएम दिनेश कुमार राय की ओर से कई आवश्यक निर्देश दिये गये है। वे लगातार तैयारी को लेकर मॉनिटरिंग कर रहे हैं। सीएम नीतीश कुमार सात दिसंबर की सुबह 11 बजे कटेया प्रखंड की बैरिया पंचायत में एक लाख लीटर क्षमता के दुग्ध उत्पादन संयंत्र केन्द्र निर्माण का शिलान्यास करेंगे।
इसको लेकर बिहार स्टेट मिल्क कोऑपरेटिव फेडरेशन के प्रबंध निदेशक राजकुमार व डीएम प्रशांत कुमार सीएच ने वहां पहुंचकर सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से तैयारियों और व्यवस्था का निरीक्षण किया। डीएम ने बताया कि शिलान्यास के लिए सूबे के मुख्यमंत्री का लगभग आधे घंटे का कार्यक्रम निर्धारित है। जिसके लिए प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारी कीप्रतिनियुक्ति की गई है।
सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से सभी प्रकार की व्यवस्थाएं की जा रही है। जिसमें यातायात पार्किंग आदि सभी प्रकार की व्यवस्थाओं के लिए निर्देश दिए जा चुके हैं। अन्य गणमान्य आदि के लिए भी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। मौके पर हथुआ एसडीएम अभिषेक कुमार चंदन , एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता,सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारी आदि थे।वहीं दूसरी और नीतीश कुमार ‘प्लान M’ पर काम कर रहे हैं.
प्लान के तहत नीतीश कुमार 18 से 50 साल की महिलाओं के लिए झारखंड की मईया योजना और मध्य प्रदेश के लाडली योजना के तर्ज पर 1000 रुपये प्रतिमाह देने का फैसला महिला संवाद यात्रा के बाद लागू कर सकते हैं. बिहार में शराबबंदी के फैसले ने नीतीश कुमार को महिलाओं के बीच ज्यादा लोकप्रिय बना दिया. महिलाओं ने सीएम से उनकी यात्रा के दौरान इसको लेकर अपनी पीड़ा शेयर की थी.
15 दिसंबर से शुरू होगी संवाद यात्रामुख्यमंत्री नीतीश कुमार 15 दिसंबर से बिहार में अपनी संवाद यात्रा पर निकलेंगे. इसको लेकर तैयारी भी चल रही है. लेकिन, सीएम की इस यात्रा से पहले बिहार में बहुत चर्चा हो रही है. राजनीतिक पंडित से लेकर राजनीतिक दल के नेता भी नीतीश कुमार की बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले होने वाली इस यात्रा पर चर्चा कर रहे हैं. दरअसल, सीएम नीतीश कुमार अपने इस संवाद यात्रा में महिला से भी बात करेंगे.
नीतीश कुमार के ‘प्लान M’ को लेकर चर्चा हो रही है. सीएम ने अपनी इस यात्रा का नाम भी महिला संवाद दिया है.इससे साफ है कि जनता दल (यूनाइटेड) का बिहार विधान सभा चुनाव 2025 में मुख्य फोकस महिलाओं पर है. सूत्रों का कहना है कि शराबबंदी के बाद प्रदेश की एनडीए सरकार ‘महिला संवाद’ के बाद महिलाओं को साधने के लिए कुछ खास योजनाएं लागू कर सकती है. कहा जा रहा है कि मध्यप्रदेश के लाडली योजना और झारखंड की मईया योजना की तर्ज पर बिहार में भी चुनाव से पहले सरकार कुछ घोषणा कर सकती है.महिलाओं पर फोकस, एक हजार रुपये प्रतिमाह देने का प्रस्तावपार्टी सूत्रों की माने तो योजना के तहत 18 से 50 वर्ष की महिलाओं को 1000 रुपये प्रति माह देने का प्रस्ताव है.
इसके अलावा, स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़ी महिलाओं के लिए भी बड़े फैसले लिए जा सकते हैं. 2015 में नीतीश कुमार की सरकार ने बिहार में स्वयं सहायता समूहों की स्थापना की थी. वर्तमान में राज्य में लगभग 11 लाख समूह सक्रिय हैं, जिनमें प्रत्येक समूह में 10 महिलाएं शामिल हैं. सरकार इन समूहों को दिए गए लोन को माफ करने पर विचार कर रही है, जिससे सीधे तौर पर लाखों महिलाओं को लाभ होगा.इससे पहले बिहार में शराबबंदी के फैसले ने नीतीश कुमार को महिलाओं के बीच ज्यादा लोकप्रिय बना दिया था. महिलाओं ने सीएम से उनकी यात्रा के दौरान इसको लेकर अपनी पीड़ा शेयर की थी.
सिर्फ इतना ही नहीं सीएम इससे पहले स्कूली छात्राओं के लिए साइकिल और अच्छे नंबर लाने पर पुरस्कार देने की पहल कर बिहार में महिलाओं को मुख्यधारा में जोड़ने का काम कर चुके हैं. पंचायत चुनाव और नौकरी में महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था कर सीएम महिलाओं को बिहार में हर क्षेत्र में पुरुषों के बराबर खड़ा करने का प्रयास कर चुके हैं. यही कारण है कि बिहार में नीतीश कुमार को महिलाओं का ज्यादा वोट मिलता है. एक बार फिर से नीतीश कुमार के महिला संवाद यात्रा के दावे से बिहार में सियासी हलचलें बढ़ गई है.
मध्य प्रदेश में चलने वाली लाडली बहन योजना में 1500 रुपये मिला करता है. पहले 1000 रुपया दिए जाते थे. इसी प्रकार झारखंड सरकार की ओर से महिलाओं को अब तक मईया सम्मान योजना के तहत 1000 रुपया मिला करता था. लेकिन दिसंबर से उनको 2500 रुपया मिलेगा.आरजेडी नीतीश के इस प्लान M को लेकर हमलावर है.आरजेडी प्रवक्ता ऋषि मिश्रा कहते हैं कि नीतीश कुमार रिचार्ज मीटर के जरिये महिलाओं का दोहन कर रहे हैं. जहरीली शराब से महिलाओं को विधवा किया तो उनको कोई फायदा नहीं मिलने वाला है.बहरहाल, राजनीतिक जानकारों का कहना है कि महिलाओं के लिए योजना से मध्यप्रदेश और झारखंड जैसे दोनों प्रदेश के चुनाव में यह योजना जीत हार में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है.
इसके बाद से यह चर्चा तेज हो गई है कि सीएम अपनी महिला संवाद यात्रा के बाद बिहार में भी कुछ इस प्रकार की योजना लागू कर सकते हैं.