नीतीश को घेरने का एक भी मौका नहीं छोड़ रहे तेजस्वी, जाने अब उन्होंने क्या कहा
बिहार को गरीब और बीमारू राज्य बताने वाले सीएम नीतीश कुमार अपने 15 दिनों की यात्रा में दो अरब 25 करोड़ 78 लाख रुपए खर्च करने वाले हैं। यह पैसा जनता की गाढ़ी कमाई के टैक्स से वसूला गया है। लेकिन बिहार में अधिकारियों के लिए यात्रा के नाम पर लूट को खुली छूट दी जा रही है। वास्तव में नीतीश देश के सबसे खर्चीले सीएम हैं। यह बातें बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सुपौल के जिला अतिथि गृह में रविवार को आयोजित प्रेसवार्ता में कही।
तेजस्वी यादव कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लेने सुपौल पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि अपनी ही जनता से मिलने के लिए जितना नीतीश कुमार खर्च कर रहे हैं, उतना किसी सीएम ने नहीं किया। तेजस्वी ने 2025 में बिहार में महागठबंधन की सरकार का दावा किया। कहा कि सरकार बनते ही माई-बहिन मान योजना लागू होगी। इस योजना के तहत हर महिला को प्रति माह 2500 रुपए देंगे। राज्य के सभी लोगों को 200 यूनिट बिजली फ्री मिलेगी और सामाजिक सुरक्षा पेंशन भी 400 से बढ़ा कर 1500 करेंगे।
नौकरी के सवाल पर हमसे यहीं पूछते थे कि पैसा कहां से आएगा, लेकिन, हमने कर दिखायातेजस्वी यादव ने कहा कि हम बिहार की हर महिला को सक्षम बनाना चाहते हैं। महिलाओं के जेब में सीधा पैसा जाएगा तो इसका उपयोग वह परिवार की भलाई में करेंगी। समृद्ध महिला, सुखी परिवार का सपना सच होगा। बतौर उप मुख्यमंत्री 17 महीने के पिछले कार्यकाल में मैंने अपना वादा पूरा किया था। 17 महीने की सरकार में हम लोगों ने 5 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी। मुख्यमंत्री जी कहते थे कि इतना पैसा कहां से आएगा, लेकिन हमने असंभव काम को संभव कर दिखाया और उन्हीं मुख्यमंत्री जी के हाथों नियुक्ति पत्र बंटवाया। आज भी कई विभाग राशि सरेंडर करते हैं। मुख्यमंत्री की यात्रा पर अरबों खर्च होता है। यह सब बंद होगा।बिहार को विशेष राज्य का दर्जा कब दिलाएंगे सीएमतेजस्वी ने कहा कि जाति आधारित जनगणना कराकर हमने 75 प्रतिशत आरक्षण लागू किया। लेकिन भाजपा के आते ही आरक्षण समाप्त कर दिया गया। 16 फीसदी का नुकसान हुआ है। लेकिन राजद आरक्षण लागू करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से सरकार से लड़ रही है। कहा कि अभी केंद्र और राज्य में एनडीए की सरकार है, लेकिन बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल रहा है। इस पर मुख्यमंत्री जी कुछ नहीं बोल रहे हैं। सीएम को बताना चाहिए कि दर्जा कब मिलेगा।तटबंध से लेकर पेपर लीक तक को रोकने में विफल रही सरकारनेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब से हम अलग हुए हैं, सरकार बिना लीक के एक भी परीक्षा नहीं करा पाई है। बिहार में 10वीं से लेकर बीपीएससी तक का पेपर लीक हो जाता है। तटबंध में चूहा लीक करा देता है। उद्घाटन से पहले पुल गिर जाता है। एक ही महीने में 18-20 पुल गिरना भ्रष्ट तंत्र को दर्शाता है। अफसरशाही अपने चरम पर है। नौजवानों पर लाठियां चल रही हैं और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहां हैं, किसी को पता नहीं। मौके पर एमएलसी अजय कुमार सिंह, जिलाध्यक्ष संतोष सरदार, युवा जिलाध्यक्ष अनोज कुमार आर्य, बैद्यनाथ मेहता, भूपनारायण यादव आदि मौजूद थे।