बन चुका है नीतीश कुमार की जीत की गारंटी, महिलाओं के लेंगे फीडबैक और करेंगे बड़ा एलान
सीएम नीतीश कुमार 15 से 20 दिसंबर के बीच यात्रा पर निकल रहे हैं। इस यात्रा पर 225 करोड़ खर्च होंगे। यात्रा की शुरुआत पश्चिम चंपारण से करेंगे और इस दौरान महिलाओं से संवाद करेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि नीतीश कुमार फिर महिलाओं के लिए कुछ करने वाले हैं।
शराबबंदी का फैसला भी उन्होंने महिलाओं की सलाह पर ही लिया था।हाल के दिनों में महाराष्ट्र, हरियाणा, ओडिशा, मध्यप्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव से बीजेपी ने महिलाओं के लिए ‘लाडली बहना’ जैसी कैश स्कीम्स लाई और इन राज्यों में जीत का अचूक फॉर्मूला साबित हुई है। वहीं, झारखंड में भी हेमंत सोरेन की जीत के पीछे मंईयां सम्मान योजना का अहम रोल माना जा रहा है।अब बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा को भी इसी फॉर्मूले से जोड़कर देखा जा रहा है।
माना जा रहा है कि यात्रा के बाद नीतीश कुमार महिलाओं को लेकर कोई बड़ी योजना का ऐलान कर सकते हैं। बिहार में आधी आबादी सत्ता के सिंहासन तक पहुंचने में अहम भूमिका निभाती हैं। आंकड़े बताते हैं कि जब-जब महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर वोटिंग की है, सत्ता नीतीश के पास ही रही है।
इस खास रिपोर्ट में जानिए, अपनी यात्रा में किन चीजों पर फोकस करेंगे और ये यात्रा आने वाले चुनाव के लिए क्यों जरूरी है।सबसे पहले ग्राफिक्स के जरिए जानिए, ‘लाडली बहना’ जैसी कैश स्कीम्स किन राज्यों में जीत की गारंटी बनी…अब जानिए, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी 15वीं यात्रा के दौरान क्या करेंगेसीएम नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा को लेकर कैबिनेट सचिवालय ने सभी डीएम, कमिशनर, आईजी, डीआईजी, एसपी, एसएसपी को पत्र जारी किया गया है।बिहार में महिला वोटर्स जीत की गारंटीबिहार की आधी आबादी सत्ता की कुर्सी तक पहुंचने में महत्वपूर्ण कड़ी है। आंकड़े बताते हैं कि, जब-जब महिलाओं ने बढ़-चढ़कर वोटिंग की है। सत्ता की कुर्सी नीतीश के पास ही रही है। साल 2005 से लेकर 2020 के चुनाव के नतीजे इसी ओर इशारा करती है।बिहार विधानसभा चुनाव 2020: बिहार में महिला वोटर की संख्या 3 करोड़ 48 लाख 55 हजार 815 थी।
कुल महिला मतदाताओं में से 2 करोड़ 8 लाख 4 हजार 957 ने मतदान किया। महिला वोट कास्ट 59.69 फीसदी रही थी। जबकि, पुरुष वोटिंग 54.45 फीसदी रही थी। महिला वोटर की पहली पसंद नीतीश कुमार रहे हैं।विधानसभा चुनाव 2015: इस चुनाव में महिलाओं ने बढ़-चढ़ वोटिंग की थी। 60.48 फीसदी महिलाओं ने वोट डाले थे। जबकि, 53.35 फीसदी पुरुष वोटिंग किए थे।साल 2015 में महिला वोटर्स की संख्या 3 करोड़ 12 लाख 72 हजार 523 थी।विधानसभा चुनाव 2010: इस चुनाव में 54.49 फीसदी में महिलाओं ने वोट डाले थे। वहीं, 51.12 फीसदी पुरुष वोट डाले थे। महिला वोटर्स की कुल संख्या 1 करोड़ 68 लाख 75 हजार 175 थी।सत्ता में आने के बाद से सीएम नीतीश कुमार ने महिलाओं के लिए कई योजना लाए, जिसका लाभ उन्हें मिला।सीएम नीतीश ने सबसे पहले स्कूल की लड़कियों को साइकिल दी।
मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना के तहत नौवीं क्लास में पढ़ने वाली लड़कियों को साइकिल दी। यह योजना आज भी चल रही है।सीएम नीतीश कुमार ने निकाय चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया। यह आरक्षण के अंदर आरक्षण है। साल 2006 में पंचायत चुनाव में आरक्षण लागू की, जबकि 2007 में नगर निकाय में महिला आरक्षण व्यवस्था लागू की गई। सीएम नीतीश कुमार का यह मास्टर स्ट्रोक रहा।दसवीं से लेकर स्नातक के छात्राओं को फर्स्ट डिवीजन पर प्रोत्साहन राशि दी जा रहीं।कॉम्पिटिशन में प्राइमरी एग्जाम पास होने पर प्रोत्साहन राशि।
सीएम की राजनीति में यात्राओं का बड़ा योगदानसीएम नीतीश कुमार की यात्राओं का सत्ता में बने रहने के पीछे बड़ा योगदान रहा है। वो 2005-10 के बीच हर साल यात्रा पर निकलते थे। बाद के दिनों में उनकी यात्राएं कम हुईं। जानकारों का मानना है कि यात्रा के बाद ही सीएम ने जन कल्याणकारी योजनाएं लागू कीं।बिहार के नेताओं की यात्रा से जुड़ी ये खबर भी पढ़ेंदोनों डिप्टी सीएम, ललन सिंह के गढ़ में जाएंगे तेजस्वी:आज से 18 विधानसभाओं की यात्रा पर निकलेंगे, बिदके मुस्लिम वोटर्स को साधने की कोशिश